जिनेश मुनि जी महाराज के आशिर्वाद एवं गुरूणी श्री महक जी महाराज के आशीर्वाद से मात्र 13 वर्ष 6 महिने की आयु में 21 अगस्त को यह बालिका मुबारकपुर की मुबारक धरा पर जप और तप का रचेगी नया इतिहास

जिनेश मुनि जी महाराज के आशिर्वाद एवं गुरूणी श्री महक जी महाराज के आशीर्वाद से मात्र 13 वर्ष 6 महिने की आयु में 21 अगस्त को यह बालिका मुबारकपुर की मुबारक धरा पर जप और तप का रचेगी नया इतिहास

Jinesh Muni Ji Maharaj and Guruni Shri Mahak Ji Maharaj

Jinesh Muni Ji Maharaj and Guruni Shri Mahak Ji Maharaj

जिरकपुर। Jinesh Muni Ji Maharaj and Guruni Shri Mahak Ji Maharaj: मुबारक पुर की ऐतिहासिक पावन धरा पर जैन धर्म की दिव्य ज्योति जगा रहे है परम श्रद्धेय पूज्य गुरुदेव श्री जिनेशमुनि जी महाराज एवं जैन भारती, श्रुतवारिधि कोकिला कंठी उप प्रवर्तनी पूज्या गुरूवर्या श्री मीना जी महाराज की सुशिष्या जिनशासन चन्द्रिका, प्रखर व्याख्यानी महासाध्वी श्री महक जी महाराज एवं घोर तपस्विनी महासाध्वी श्री समन्वय जी महाराज आदि ठाणा 4  मुबारकपूर  जैन सभा के प्रधान श्री सुरेन्द्र जी जैन की अध्यक्षता में और गुरू भगवंतो के अथक प्रयास से तप जप की धारा प्रवाह गंगा बह रही है जप योगी, तप योगी श्रद्धेय पूज्य बैरागन बहन भवी जैन के 32 उपवास मात्र 13 वर्ष 6 महिने की आयु में 21 अगस्त को सम्पन्न कर मुबारकपुर की मुबारक धरा पर जप और तप का नया इतिहास रचने  जा रही है इससे पहले भी 10/6 वर्ष की आयु में 31 उपवास मण्डी डब्बवाली में एवं 12/6 वर्ष की आयु में कांधला की पावन धरा पर 51 उपवास की तपस्या कर जैन जगत में तप का इतिहास रच दिया था।

Jinesh Muni Ji Maharaj and Guruni Shri Mahak Ji Maharaj

मुबारकपुर की इस पावन धरा पर 1961 में महान संत शिरोमणि परम श्रद्धेय पूज्य गुरुदेव श्री नोबतराय जी महाराज, परम श्रद्धेय पूज्य गुरुदेव श्री नेमचन्द जी महाराज एवं शेरेपंजाब श्रद्धेय पूज्य गुरुदेव श्री प्रेमचंद जी महाराज के पावन सानिध्य में चातुर्मास सम्पन्न हुआ था और आज 63 वर्ष के बाद फिर इस मुबारक धरा पर  परम श्रद्धेय पूज्य गुरुदेव श्री नेमचन्द जी महाराज के अंतेवासी सुशिष्य जपयोगी तपयोगी प्रखर ज्ञान के धनी, दृढ़आत्मबली, सहज भाव में कहे गये शब्दो का सिद्ध होना ऐसे पावन गुरूदेव के सानिध्य में यह चातुर्मास गतिमान हो रहा है।

इस पावन कार्य में मोहाली एस एस जैन सभा के प्रधान श्री अशोक जी जैन उनकी टीम एवं जैन कॉन्फ्रेंस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अविनाश जी चोरड़िया एवं जैन कॉन्फ्रेंस के ही पूर्व राष्ट्रीय मंत्री श्री विमल जी जैन अम्बाला  ने जैन समाज को भी बेनती की है उस दिन पहुच कर महाराज जी का आशीर्वाद ले।